करंजाकला जौनपुर। सरायख्वाजा थाना क्षेत्र के सुल्तानपुर गौर गांव में बुधवार दोपहर लगभग 1 बजे वज्रपात (आसमानी बिजली) की चपेट में आने से दो मासूम बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई। इस हृदयविदारक घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई। सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
गांव के निवासी लालमन ने बताया कि दोपहर करीब 1 बजे उन्हें सूचना मिली कि उनका 15 वर्षीय पुत्र किशन, जो घर से लगभग 500 मीटर दूर एक शीशम के पेड़ के नीचे झुलसा हुआ पड़ा है। यह सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। जब वे तुरंत मौके पर पहुंचे, तो उन्होंने देखा कि वहां दो बच्चों के शव पड़े हुए थे। एक शव की पहचान लालमन के पुत्र किशन के रूप में हुई, जबकि दूसरे शव की पहचान गांव के ही 13 वर्षीय अतुल (बुधीराम का पुत्र) के रूप में हुई।
लालमन ने बताया कि उन्होंने सुबह करीब 11 बजे ही मौसम खराब होते देख बच्चों को घर पर रहने की हिदायत दी थी, लेकिन किशन ने उनकी बात पर ध्यान नहीं दिया, जिसके कारण यह दर्दनाक घटना घट गई। लालमन मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उनके तीन पुत्रों में किशन सबसे छोटा था और पिता का कहना था कि उसका नाम लिखवा के कक्षा पास में छोड़ा हूं लेकिन पढ़ाई करने नहीं जाता था। था।
दूसरे मृतक अतुल के पिता बुधीराम, जो ईंट भट्ठे पर मजदूरी करते हैं, को जब फोन पर अपने बेटे की मौत की खबर मिली तो वे चीख-चीखकर रोने लगे और कहने लगे, "मेरा परिवार उजड़ गया।" परिजनों ने बताया कि अतुल अपने चार भाई-बहनों में तीसरे स्थान पर था और और वह स्कूल में नाम लिख कर पढ़ने नहीं जाता था। इस घटना ने दोनों परिवारों को गहरे सदमे में डाल दिया है।
थाना प्रभारी जयप्रकाश यादव ने बताया कि आसमानी बिजली गिरने से दोनों बच्चों की मौत हुई है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है और विधिक कार्रवाई की जा रही है। यह घटना पूरे क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है।
NKT संवाददाता अजय विश्वकर्मा